जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ओपन सोर्स जैसा दृष्टिकोण ज़रूरी; सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करना है तो तकनीक और वित्त पर देना होगा ध्यान: प्रकाश जावड़ेकर

January 29, 2020
WSDS Inaugural

- जैफ्री सैक्स, प्रोफेसर और निदेशक, सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट, कोलंबिया विश्वविद्यालय को सस्टेनेबल डेवलपमेंट लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।

- तीन दिवसीय सम्मलेन के दौरान वायु प्रदूषण, ई-वाहन, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, हरित वित्त, नीली अर्थव्यवस्था, सतत उपभोग जैसे विषयों पर होगी चर्चा

नई दिल्ली, 29 जनवरी, 2020: द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट्स (टीईआरआई) के प्रमुख कार्यक्रम द वर्ल्ड सस्टेनेबल डेवलपमेंट समिट (WSDS) 2020 का उद्घाटन, केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन (MoEF & CC),ने 29 जनवरी, 2020 को इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में किया।

तीन दिवसीय कार्यक्रम की थीम है 'Towards 2030 Goals: Making the Decade Count'। सतत विकास के मुद्दों पर एक अग्रणी मंच के रूप में, इस सम्मेलन में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए भारत-स्विस साझेदारी की शुरुआत की घोषणा की जाएगी। इस सम्मलेन में भारत में पर्यावरण-समावेशी उद्यमिता को सहयोग देने के लिए टेरी, इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंज़र्वेशन ऑफ़ नेचर (IUCN) के सहयोग से SEED India हब की मेज़बानी भी करेगा।

सभा को संबोधित करते हुए, श्री प्रकाश जावड़ेकर ने विकसित देशों द्वारा वादा और कार्रवाई के बीच की खाई को उजागर करते हुए कहा, “विकासशील देशों को लगभग एक दशक पहले कोपेनहेगन में की गई प्रतिबद्धताओं के अनुसार विकसित देशों से 1 ट्रिलियन डॉलर की सहायता प्राप्त होनी चाहिए। उसमे से अभी तक बहुत कम राशि प्राप्त हुई है। प्रकाश जावड़ेकर विकसित देशों को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई में अपना योगदान देने के लिए कहा,“ जब तक हम वित्त और तकनीक के मुख्य मुद्दों को संबोधित नहीं करते, तब तक हम एक एक समावेशी विश्व व्यवस्था नहीं प्राप्त कर सकते। हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में नयी तकनीक को बढ़ावा देने के लिए ओपन सोर्स जैसे दृष्टिकोण की आवश्यकता है और किसी भी तरह की आपदा से मुनाफा नहीं कमाया जा सकता। "

मंत्री ने कहा कि भारत इस बात का एक नया उदाहरण स्थापित कर रहा है कि किस तरह बहुपक्षीय समझौतों का पालन किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने 13,000 वर्ग किमी के वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है; वनीकरण के लिए सभी राज्यों को 7 बिलियन डॉलर; उत्सर्जन की तीव्रता में 30-35% की कमी तक पहुंचने के प्रयास, सौर लक्ष्य को 450 GW, तक बढ़ाने, भूमि को उपयोग लायक बनाना, वायु को स्वच्छ बनाना और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे उदाहरण दिए। सतत विकास को गति देने के लिए समर्पित अपनी तरह के सबसे बड़े शिखर सम्मेलन के बारे में बोलते हुए, टेरी अध्यक्ष, श्री नितिन देसाई ने कहा, “WSDS विकास और पर्यावरण के बीच एक पुल है। यह सतत विकास को प्राप्त करने के लिए एकीकरण की एक व्यावहारिक अभिव्यक्ति है। "

उद्घाटन समारोह में, माननीय मंत्री ने जैफ्री सैक्स, प्रोफेसर और निदेशक, सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट, कोलंबिया विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सतत विकास में उनके योगदान के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया।

सभा को संबोधित करते हुए, डॉ अजय माथुर ने कहा, "Towards 2030 Goals: Making the Decade Count " की व्यापक थीम के अंतर्गत WSDS 2020 विचार, चर्चाओं और कार्रवाई को एक साथ बुनकर अगले 10 सालों के लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करेगा। "

2001 में अपनी स्थापना के बाद से, WSDS पर्यावरण और स्थिरता के सबसे सामयिक मुद्दों की पहचान करके भारत की योजनाओं, नीतियों, प्राथमिकताओं और कार्यों को दिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच रहा है। इन वर्षों में, कई सहयोग और साझेदारियां को बढ़ावा दिया गया है और इस बार भी तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान नयी साझेदारियों की शुरुआत होगी।

IFAT-Delhi का उद्घाटन

श्री प्रकाश जावड़ेकर ने WSDS 2020 आयोजन स्थल पर IFAT दिल्ली के पहले संस्करण के अंतर्गत पानी, सीवेज, ठोस अपशिष्ट और रीसाइक्लिंग के लिए उत्तर भारत के एक व्यापार मेले का भी उद्घाटन किया। IFAT-दिल्ली का आयोजन IFAT India प्रमुख पर्यावरण प्रौद्योगिकी व्यापार मेला और मेसे मुएनचेन इंडिया द्वारा किया जा रहा है। इसका प्रदर्शन तीन-दिवसीय सम्मलेन के दौरान होगा।

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TERI – Shilpi Singh: shilpi.singh@teri.res.in
Edelman – Rakhi Aurora: rakhi.aurora@edelman.com

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